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क्या आप भी बार-बार हो जाते हैं दुखी, ये हो सकती है आपकी उदासी की वजह – Are you also feel sad without any reason from Hormonal changes to Environmental causes there are reasons behind it too tvisp

अक्सर कई लोग कई बार उदास हो जाते हैं लेकिन उन्हें उसके पीछे का ठोस कारण समझ नहीं आता है. ऐसा कहा जाता है कि कई लोगों को बेवजह उदास रहने की आदत होती है. लेकिन साइंस की भाषा में अगर कहें तो हर उदासी के पीछे कोई कारण छुपा होता है. कोई भी व्यक्ति दुखी होने को एंजॉय नहीं करता है लेकिन बिना किसी कारण के बार-बार आने वाली उदासी आगे चलकर अवसाद को भी साथ लेकर आती है. इसलिए इससे बचना जरूरी है.

हालांकि कई बार आपके दुखी होने का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है लेकिन मौसम, नींद की कमी, हार्मोनल परिवर्तन, पीरियड्स और यहां तक कि गर्भावस्था जैसे फैक्टर्स भी आपको दुखी महसूस करा सकते हैं. हालांकि इस दौरान व्यायाम, मेडिटेशन, नींद और कोई स्वादिष्ट व्यंजन खाने जैसी सिंपल टेक्नीक्स से भी आपको कुछ ही समय में बेहतर महसूस होने में मदद मिल सकती है.

1. बायोलॉजिकल फैक्टर
आप क्यों उदास हैं, सेरोटोनिन या डोपामाइन जैसे हार्मोन्स आपके सवाल का जवाब हो सकते हैं. एक अध्ययन में कहा गया है कि ऑक्सिटोसिन, वैसोप्रेसिन और एंडोजेनस ओपिओइड जैसे रसायन और प्रोलैक्टिन और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन किसी व्यक्ति की रोने की क्रिया पर प्रभाव डाल सकते हैं. इसलिए यह इस बात को भी प्रभावित कर सकता है कि जब आप दुखी होते हैं तो आप कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और आप कितनी जल्दी रोते हैं. 

2. हार्मोनल परिवर्तन
अगर आप खुद से यह सवाल पूछते हैं कि मैं बिना किसी कारण के उदास क्यों हूं तो कैलेंडर देखें. जर्नल डायलॉग्स इन क्लिनिकल न्यूरोसाइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि पीरियड्स आपके मूड स्विंग्स, डिस्कंफर्ट, चिड़चिड़ापन, घबराहट, तनाव और उदास मनोदशा जैसे भावनात्मक लक्षणों को प्रभावित करता है. पीरियड्स या प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल असंतुलन भी बेवजह की उदासी को बढ़ा सकता है.

3. मनोवैज्ञानिक कारण
ऐसे कई मनोवैज्ञानिक कारक हो सकते हैं जो आपके इस सवाल का जवाब दे सकते हैं कि आप बिना किसी कारण के दुखी क्यों हैं. यादें या ट्रॉमा जैसे कारण आपको उदास या अलग-थलग महसूस कराते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक शोध में कहा गया है कि ट्रॉमा अक्सर उन भावनाओं के पीछे छिपे कारण हो सकते हैं जिन्हें कभी उस व्यक्ति ने अनुभव किया है. इससे होता है यह है कि कई बार आप वर्तमान में सबकुछ ठीक होने के बावजूद भूतकाल की किसी बात को लेकर उदास होते हैं और आपको समझ नहीं आता कि आप क्यों उदास हैं.

4. पर्यावरण 
अगर आपके दिमाग में लगातार यह सवाल आता है कि मैं बिना किसी कारण के उदास क्यों हूं तो मौसम पर भी नजर घुमाएं. कई रिसर्स में यह कहा गया है सूरज की रोशनी उन अणुओं के स्तर को प्रभावित करती है जो सामान्य सेरोटोनिन स्तर (खुशी के हार्मोन) को बनाए रखने में मदद करते हैं. इसलिए अंधेरे की तुलना में रोशनी में रहने से आपको खुशी मिल सकती है.

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