पाकिस्तान ने कराची और लाहौर के कुछ क्षेत्रों में रोजाना सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) आंशिक रूप से बंद रखने का फैसला किया है. यह व्यवस्था 31 मई तक लागू रहेगी. पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं.
हालांकि, कराची और लाहौर के इन इलाकों में सामान्य उड़ान सेवाएं (फ्लाइट ऑपरेशन) जारी रहेंगी ताकि यात्रियों को कोई बड़ी परेशानी न हो. पाकिस्तान के विमानन प्राधिकरण (एविएशन अथॉरिटी) ने इस अस्थायी बंदी को लेकर NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी किया है.
एक महीने के लिए एयरस्पेस बंद
नोटिस में दोनों शहरों के कुछ विशेष हिस्सों के एयरस्पेस को एक महीने के लिए बंद करने की जानकारी दी गई है. अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस कदम के पीछे क्या कारण हैं, लेकिन इस फैसले के चलते कुछ विशेष मार्गों की उड़ानों पर असर पड़ सकता है.
पाकिस्तान पर भारत का कड़ा एक्शन
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले ले रहा है. सरकार ने बुधवार को पाकिस्तानी विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने का फैसला लिया. इससे पहले हमले के अगले ही दिन यानी 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों से जुड़ी कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए गए थे.
भारत ने सबसे पहले पाकिस्तानी नागरिकों को अपनी जमीन से खदेड़ने के लिए अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद कर दिया ताकि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारतीय वीजा होने के बावजूद देश में दाखिल नहीं हो सके. इसके साथ ही CCS की बैठक में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास को बंद करने का फैसला लिया गया था. साथ ही भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया और पाकिस्तानियों को भारत का वीजा नहीं देने का कठोर फैसला लिया गया था.
इसके अलावा भारत की ओर से पाकिस्तान को दी जाने वाली SAARC वीजा छूट योजना को भी तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है. इसके तहत भी अब पाकिस्तानी नागरिकों को भारत आने की अनुमति नहीं होगी. इस बैठक में भारत ने जो सबसे बड़ा फैसला लिया था, वह सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करना था.