कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की चश्मदीद पत्नी ने दिल दहला देने वाली आपबीती सुनाई. उनके अनुसार, एक आतंकी ने पास आकर पूछा, हिंदू है, मुसलमान? और जैसे ही उन्होंने जवाब दिया हिंदू हैं, उनके पति शुभम को तुरंत गोली मार दी गई. चश्मदीद ने बताया कि हमलावर सामान्य कपड़ों में थे और उन्होंने करीब 45-50 मिनट तक आतंक मचाया, लेकिन काफी देर तक कोई सुरक्षा मदद नहीं पहुंची.
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए उत्तर प्रदेश के शुभम द्विवेदी की पत्नी और बहन ने दर्दनाक अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे हमले के वक्त जम्मू-कश्मीर पुलिस से मदद मांगी गई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. 45 मिनट तक गोलियों की आवाज गूंजती रही, लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया.
45 मिनट तक गोलियों की आवाज गूंजती रही
शुभम की पत्नी ने बताया कि स्थानीय घोड़े वालों से भी उनके बूढ़े माता-पिता को नीचे ले जाने की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया. जिप लाइन ऑपरेटर के वायरल वीडियो और घोड़े वालों के बर्ताव को लेकर भी उन्होंने स्थानीय लोगों की भूमिका पर शक जताया.
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी और उनकी बहन (पूरी घटना की चश्मदीद) से आजतक ने की बातचीत, सुनिए इस रिपोर्ट में उन्होंने बताया वहां का पूरा मंजर.#ReporterDiary | @Simerchawla20 pic.twitter.com/vrYuM3j0t7
— AajTak (@aajtak) April 30, 2025
उन्होंने कहा कि उनका घोड़े वाला बार-बार पूछ रहा था कि पति-पत्नी में से कौन कौन है और उन्हें जबरन ऊपर ले जाने की जिद कर रहा था. यहां तक कि पैसे देने की पेशकश के बाद भी वह नहीं माना.
शुभम की पत्नी और बहन ने बयां किया दर्द
शुभम की पत्नी ने रोते हुए कहा कि अगर वो मुसलमान होते तो शायद बच जाते. उनका मानना है कि इस हमले में सिर्फ हिंदू होने के कारण उन्हें मारा गया. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब आतंकी अब भी उसी इलाके में छिपे हैं, तो उन्हें अब तक पकड़ा क्यों नहीं गया. उन्होंने मांग की कि उन आतंकियों को उनके परिवार के सामने गोली मारी जानी चाहिए.











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