आतंक पर फाइनल स्ट्राइक की तैयारी! पढ़ें- पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार के बड़े एक्शन – Pahalgam attack Major actions of modi government Preparations for final strike terrorism ntc

पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश एक सुर में बड़े और कड़े एक्शन की मांग कर रहा है. देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दहशतगर्दों, दहशतगर्दों के आकाओं और आतंकवाद के संरक्षकों के समूल नाश का ऐलान कर चुके हैं. अब लोगों के मन में सवाल है कि आतंक के खिलाफ भारत का एक्शन क्या होगा? क्या ये एक्शन इतना बड़ा होगा कि आतंकियों और पाकिस्तान को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. 

पहलगाम आतंकी हमले के चंद घंटों बाद मोदी सरकार ने 7 बड़े संकेत दिए हैं. संकेत नंबर-1 प्रधानमंत्री मोदी विदेशी दौरा छोड़ वापस लौटे. संकेत नंबर-2 वापस लौटते ही एयरपोर्ट पर पीएम की बैठक हुई. संकेत नंबर-3 गृहमंत्री अमित शाह का जम्मू-कश्मीर दौरा. संकेत नंबर-4 आतंकी हमले पर सीसीएस की इमरजेंसी मीटिंग. संकेत नंबर-5 पहलगाम हमले पर रक्षामंत्री का बड़ा ऐलान. संकेत नंबर-6 दुनिया के बड़े राष्ट्राध्यक्षों के साथ पीएम की बातचीत. संकेत नंबर-7 रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख का दौरा रद्द किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के ठीक बाद बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए, इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मौजूदगी में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की तीनों सेनाओं के प्रमुख की हाईलेवल मीटिंग हुई. ये मीटिंग 150 मिनट तक चली. इसमें जवाबी कार्रवाई के हर विकल्पों पर चर्चा हुई. जिसमें थल, जल और वायु सभी तरह के सैन्य विकल्पों पर बातचीत हुई. सीसीएस की मीटिंग में रक्षामंत्री की तरफ से तीनों सेना प्रमुख और एनएसए से मिले सभी विकल्पों की जानकारी दी गई. यानी बदले का ब्लूप्रिंट करीब-करीब तैयार है. बस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फाइनल ऑर्डर का इंतजार है. 

पाकिस्तान के खिलाफ 5 कड़े फैसले 

CCS की मीटिंग बुधवार शाम को हुई. इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताया. मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ 5 कड़े फैसले लिए गए. पहला भारत और पाकिस्तान के बीच स्थित ऑटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद किया जाएगा. जिससे दोनों देशों के बीच सीमित आवाजाही भी रुक जाएगी. दूसरा फैसला- पाकिस्तान में मौजूद भारत का दूतावास अब बंद किया जाएगा. तीसरा फैसला- इंडस वॉटर ट्रीटी को भी रोक दिया है. इसका असर पाकिस्तान को काफी बड़े स्तर पर होगा. चौथा फैसला- भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है. पांचवां फैसला- अब पाकिस्तानियों को भारत का वीजा नहीं मिलेगा. 

दुनिया के कई राष्ट्राध्यक्षों का भारत को खुला सपोर्ट

वहीं, दुनिया के तमाम राष्ट्राध्यक्षों का भारत को खुला सपोर्ट है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया है. हमले के चंद घंटों के बाद हॉटलाइन पर पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत हो चुकी है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दहशतगर्दों को अंजाम तक पहुंचने की लड़ाई में साथ देने का ऐलान किया है. फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, इटली और साउदी अरब समेत तमाम मुल्क भारत के साथ खड़े है.

डिफेंस एक्सपर्ट मानते है कि अबकी बार भारत के पास पीओके पर सीधी चढ़ाई का सबसे बड़ा सैन्य विकल्प मौजूद है. यानी पीओके पर मोदी सरकार की तरफ से कोई बड़ा ऑर्डर आ सकता है. पीओके पर सैन्य कार्रवाई के विकल्प की वजह भी है. LOC के करीब पीओके में आतंक के 42 लॉन्चिंग पैड एक्टिव हैं. आतंक के लॉन्चिंग पैड में 110 से 130 दहशतगर्द मौजूद हैं. पीओके के लॉन्चिंग पैड पर बड़ी सैन्य कार्रवाई संभव है. डिफेंस एक्सपर्ट मानते हैं कि पीओके वापस लेने का वक्त आ गया. पीओके वापस लेने के लिए पाकिस्तान से युद्ध का विकल्प खुला है. पीओके पर एक्शन से पाकिस्तान के नापाक मसूबों पर पानी फिरेगा. 

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