उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के एक अपंजीकृत निजी अस्पताल में सर्जरी के बाद एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. इसके बाद लापरवाही के आरोप में तीन डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने अस्पताल को सील करने की सिफारिश की है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
सीएमओ डॉ. संजय शर्मा ने शनिवार को बताया कि नंदिनी अस्पताल कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के शाहपुर जोत में स्थित है. सीएमओ कार्यालय को दी गई अपनी शिकायत में श्रावस्ती जिले के निवासी सूरज तिवारी ने कहा कि उन्होंने अपनी गर्भवती बहन मन्ना देवी को 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया था. वहां उसकी सर्जरी हुई थी.
डॉक्टरों की लापरवाही के कारण अगले दिन ही उनकी बहन की मौत हो गई. अस्पताल के संचालक डॉ. डी के विश्वकर्मा को नोटिस जारी किया गया है, जबकि डॉक्टरों को अस्पताल के रिकॉर्ड के साथ तलब किया गया है. स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई जवाब न मिलने पर राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 3 अप्रैल को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया.
अधिकारियों ने बताया कि सरकारी वाहन को अस्पताल पहुंचते देख संचालक ने दरवाजे बंद कर दिए और भाग गया. मृतक के परिजनों की शिकायत पर 8 अप्रैल को डॉ. विश्वकर्मा, डॉ. आरके सिंह और डॉ. प्रीति शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहित की धारा 106 (1) (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इसके साथ ही नर्सिंग होम को सील करने की संस्तुति की गई है. नर्सिंग होम के अंदर आवासीय परिसर है, इसलिए संचालक से मिले बिना इसे सील करना संभव नहीं है. सीएमओ ने बताया कि नर्सिंग होम को अब बंद कर दिया गया है. संचालक डॉ. विश्वकर्मा को विभागीय अनुमति के बिना अस्पताल संचालित न करने का नोटिस भेजा गया है.
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