‘PAK पर आरोप लेकिन सबूत…’, पहलगाम हमले को लेकर क्या लिख रहे पाकिस्तान के अखबार? – Pahalgam terror attack Pakistani media on attack PM Modi saudi Arabia visit and JD Vance in delhi ntcprk

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मंगलवार को 28 लोगों की जान ले ली. पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में 17 लोग घायल भी हुए हैं. खुफिया सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, आतंकियों दो से तीन की संख्या में थे और उनके हमले का मकसद घाटी में आए पर्यटकों को निशाना बनाना था.

बताया जा रहा है कि हमले को पाकिस्तानी और स्थानीय कश्मीरी आतंकियों ने मिलकर अंजाम दिया है. पहलगाम में हुए इस हमले की चर्चा पूरी दुनिया की मीडिया में है. पाकिस्तान के अखबारों में भी हमले की कवरेज देखने को मिल रही है.

पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने लिखा है कि ‘भारत सरकार ने 2019 में कश्मीर की अर्ध-स्वायत्त स्थिति को रद्द कर दिया था जिसके बाद से इस क्षेत्र में सैन्यीकरण और अशांति बढ़ गई है. इससे क्षेत्र में तनाव गहरा गया है.

पाकिस्तानी अखबार लिखता है, ‘भारतीय पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने पर्यटकों के एक ग्रुप पर घात लगाकर हमला किया और नजदीक से गोलियां चलाईं. इस हमले में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है.’

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमले के वक्त सऊदी अरब के दौरे पर थे और उन्होंने हमलों की निंदा करते हैं कहा है कि हमलावरों को सजा दी जाएगी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी समर्थन जताते हुए इस खबर को “बेहद परेशान करने वाला” बताया और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है.

पाकिस्तानी अखबार ने लेख के अंत में लिखा है, ‘घाटी में सुरक्षा बलों की मौजूदगी बढ़कर लगभग 500,000 से ज्यादा हो गई बावजूद इसके छिटपुट हिंसा जारी है. भारत आरोप लगाता रहा है कि क्षेत्र में अशांति के पीछे पाकिस्तान है जो सशस्त्र समूहों का समर्थन करता है. पाकिस्तान इन आरोपों से इनकार करता है और उसका कहना है कि वो कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करता है.’

‘जेडी वेंस के भारत दौरे के समय हुआ हमला’

पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने लिखा है कि पहलगाम में हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं. अखबार आगे लिखता है, ‘पहलगाम बेहद ही खूबसूरत जगह है जहां कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई है जिसमें बॉबी का नाम भी आता है. यह अमरनाथ यात्रा के रास्ते में भी पड़ता है और इसी वजह से यह कश्मीर का सबसे सुरक्षित क्षेत्र भी है. ऐसे सुरक्षित क्षेत्र में हुए इस बेशर्म हमले से पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई है.’

डॉन आगे लिखता है, ‘कहा जा रहा है कि एक अज्ञात समूह, जिसे कई भारतीय न्यूज आउटलेट्स ने द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम दिया है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. साल 2000 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की दिल्ली दौरे से पहले भी ऐसी ही घटना घटी थी, लेकिन इस बात पर काफी विवाद हुआ था कि हमला किसने किया था.’

अखबार आगे लिखता है कि ‘हमले के बाद कई भारतीय मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने हमले को पाकिस्तान से जोड़ना शुरू कर दिया है जबकि इस दावे की पुष्टि के लिए कोई सबूत नहीं है.’

‘बाहरी लोगों को जम्मू-कश्मीर में निवास का अधिकार…’

पाकिस्तान के एक अन्य न्यूज आउटलेट जिओ टीवी नेटवर्क ने अपनी वेबसाइट पर समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से लिखा कि हमला दिल्ली में पीएम मोदी और अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस की मुलाकात के ठीक अगले दिन हुआ है. हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे बड़ा हमला है.

अखबार ने लिखा, ‘पीएम मोदी अपने दो दिवसीय सऊदी दौरे को बीच में ही छोड़कर बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपने अमेरिका और पेरू दौरे को बीच में ही खत्म कर दिया है. एक छोटे से समूह कश्मीर रेजिस्टेंस ने सोशल मीडिया मैसेज में इस हमले की जिम्मेदारी ली है. समूह ने कहा है कि 85,000 से अधिक बाहरी क्षेत्र में बस गए हैं जिससे क्षेत्र की डेमोग्राफी में बदलाव आ रहा है. समूह इससे नाराज है.’

अखबार लिखता है कि ‘भारत ने कश्मीर की विशेष स्थिति को 2019 में रद्द कर दिया था. इसके बाद बाहरी लोगों को भी जम्मू-कश्मीर में निवास का अधिकार मिल गया, उन्हें वहां नौकरियां मिलने लगीं और जमीन खरीदने की अधिकार भी मिला. जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को हटाने से पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते बेहद खराब हुए हैं. इस विवाद ने परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच खतरनाक दुश्मनी और सैन्य संघर्ष को बढ़ावा दिया है.’

 

जिओ टीवी ने एक और लेख में लिखा है कि पाकिस्तान में पहलगाम हमले पर चिंता जताई है. अखबार ने लिखा, ‘मीडिया से सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने कहा कि पाकिस्तान घटना से दुखी है और मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता है. हम जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की जान जाने से चिंतित हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’

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