Tit for tat: चीन ने भी अमेरिकी अधिकारियों पर लगाए वीजा प्रतिबंध, तिब्बत के मुद्दे पर दखल का आरोप – China imposes tit for tat visa curbs on US officials who acted egregiously on Tibetan issues ntcpan

चीन ने अमेरिका के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कड़े वीजा प्रतिबंध लगाए हैं. चीन की ओर से सोमवार को लगाए प्रतिबंध उन कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए होंगे, जो तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर कड़ी कार्रवाई में शामिल रहे हैं. यह कदम वॉशिंगटन की ओर से चीनी अधिकारियों पर लगाए गए अतिरिक्त वीजा प्रतिबंधों के जवाब में उठाया गया है.

‘चीन का आंतरिक मामला है तिब्बत’ 

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि तिब्बत का मामला पूरी तरह से चीन का आंतरिक मामला है. लिन ने कहा, ‘चीन के विदेशी प्रतिबंध विरोधी कानून के मुताबिक, चीन ने उन अमेरिकी कर्मियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, जिन्होंने शिज़ांग (तिब्बत) से संबंधित मुद्दों पर गंभीर रूप से काम किया है.’ चीन में तिब्बत की पहचान शिज़ांग के नाम से है.

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ये प्रतिबंध वॉशिंगटन की ओर से चीनी अधिकारियों पर लगाए गए इसी तरह के प्रतिबंधों के जवाब में लगाए गए हैं. 31 मार्च को जारी एक बयान में 
कहा था कि वह ऐसे चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाएगा, जो तिब्बती इलाकों में विदेशी पत्रकारों, टूरिस्ट और ऑब्जर्वर्स की एंट्री रोकने में शामिल रहे हैं.

अमेरिका ने भी लगाए थे प्रतिबंध

यह कदम 2018 के ‘एक्सेस टू तिब्बत एक्ट’ के मुताबिक है, जिसके तहत अगर चीनी अधिकारी अमेरिकी सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों, पर्यवेक्षकों और पर्यटकों को क्षेत्र में एंट्री देने से रोकने में शामिल पाए जाते हैं तो उन्हें अमेरिकी वीजा देने से इनकार किया जा सकता है.

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इसमें कहा गया है कि चीनी अधिकारियों ने लंबे समय से अमेरिकी राजनयिकों, पत्रकारों और अन्य अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र और चीन के अन्य तिब्बती क्षेत्रों में एंट्री देने से इनकार कर दिया है, जबकि चीन के राजनयिकों और पत्रकारों को संयुक्त राज्य अमेरिका में पहुंच मिली हुई है. अमेरिका ने पहले भी चीनी अधिकारियों पर इसी प्रकार के प्रतिबंध लगाए थे.

तिब्बत मामले में दखल के खिलाफ

अमेरिकी बयान पर प्रतिक्रिया देते करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन ने कहा, ‘हम विदेशी देशों के मित्रों का चीन के शिजांग क्षेत्र में आने, यात्रा करने और व्यापार करने के लिए स्वागत करते हैं.’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम किसी भी देश या व्यक्ति की ओर से मानवाधिकार, धर्म और संस्कृति का झूठे बहाने के रूप में इस्तेमाल कर शिजांग मामलों में दखल देने का विरोध करते हैं.

चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन गलत मंशा वाले लोगों की ओर से दखल और किसी तरह की गड़बड़ी का विरोध करता है, जो शिजांग की यात्रा को ऐसी गतिविधियों में शामिल होने के अवसर तौर पर इस्तेमाल करते हैं.

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