उत्तर प्रदेश के जालौन में एक सरकारी अस्पताल में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां सर्दी-खासी के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे मासूम बच्चे को डॉक्टर ने सिगरेट पिला दिया. इस घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हड़कंप मच गया. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं. डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, जालौन जिले के कुठौंद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में पांच साल का एक बच्चा अपनी बीमारी के इलाज के लिए पहुंचा था. इलाज के नाम पर वहां तैनात एक डॉक्टर सुरेश चंद्रा उसे सिगरेट पीने की ट्रेनिंग देने लगे. उन्होंने पहले खुद पिया, उसके बाद बच्चे के मुंह में सिगरेट देते हुए पीने के लिए कह दिया. बच्चे ने भी सिगरेट का कश लगाया. इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने इस घटना को मोबाइल में कैद कर लिया.
इस घटना के वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला ने तूल पकड़ लिया. इसके बाद आरोपी डॉ. सुरेश चंद्रा का तत्काल प्रभाव से दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया. इसके साथ ही विभागिय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनडी शर्मा ने बताया कि यह वीडियो करीब 15 दिन पुराना है. इस पर कार्यवाही करते हुए एसीएमओ (अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी) को इसकी जांच का निर्देश दिया गया है.
बताते चलें कि पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पुलिस ने एक झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया था. उसने आठ साल के लड़के को इंजेक्शन लगाया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) कालू सिंह ने बताया था कि ये घटना बीजापुर पुलिस स्टेशन के पिंडारी गांव में हुई थी. वहां एक 8 साल के नाबालिग को खलने के दौरान मामूली चोट आई थी. इलाज के लिए डॉक्टर के पास गया.
एएसपी ने कहा कि लड़के की दादी उसकी घाव पर पट्टी बांधने के लिए पास में ही एक क्लिनिक चलाने वाले महेश कुमार शर्मा के पास ले गई. उसने बच्चे को एक इंजेक्शन लगाया, जिसके कुछ ही देर बाद नाबालिग की मौत हो गई. इसके बाद वहां हंगामा मच गया. आस-पास के लोग वहां जमा हो गए.जैसे ही इस बात का पता घर वालों को चला पूरे परिवार में मातम पसर गया. पुलिस ने आरोपी को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया था.
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