उत्तर प्रदेश के आगरा में आज शनिवार को करणी सेना की प्रस्तावित ‘स्वाभिमान रैली’ को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राणा सांगा जयंती पर आयोजित यह जनसभा एतमादपुर क्षेत्र के गढ़ी रामी गांव में हो रही है. इसमें शामिल होने के लिए शुक्रवार रात से ही अलग-अलग जिले और शहरों से लोग पहुंचने शुरू हो गए. इस रैली के लिए लगभग 50,000 स्क्वायर मीटर के खेत को समतल कर सभा स्थल में तब्दील किया गया है और हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान पर विवाद गहराता जा रहा है. इसी बयान के विरोध में इस जनसभा का आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले करणी सेना ने 26 मार्च को रामजी लाल सुमन के आवास पर प्रदर्शन कर तोड़फोड़ की थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे, जिनमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल थे. घटना के संबंध में 27 मार्च को आगरा के हरिपर्वत थाने में हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे.
करणी सेना ने अब चेतावनी दी है कि अगर आज शाम पांच बजे तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे सांसद सुमन के आवास की ओर कूच करेंगे. क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने साफ कहा है कि इस बार आंदोलन निर्णायक होगा.
करणी सेना की मांगें
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने प्रशासन को साफ संदेश दिया है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो अगला कदम वे खुद उठाएंगे. उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं-
– सांसद रामजीलाल सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त की जाए.
– उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए.
– करणी सेना कार्यकर्ताओं पर दर्ज केस वापस लिए जाएं.
– सांसद और उनके पुत्र की संपत्तियों की जांच कराई जाए.
– सांसद को समाजवादी पार्टी से निकाला जाए.
रैपिड फोर्स, PAC और पुलिस फोर्स तैनात
पुलिस किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कमर कस चुकी है. एडीसीपी संजीव त्यागी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है और अब तक 1300 लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), आठ कंपनी पीएसी और बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान और अधिकारी सभा स्थल से लेकर सुमन के घर तक के पूरे रूट पर तैनात किए गए हैं.
सभा स्थल से लेकर सांसद रामजीलाल सुमन के घर तक की पूरी दूरी को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है. सात थाना क्षेत्रों की सड़कें इस रूट से गुजरती हैं, जिन पर सीसीटीवी निगरानी और फिजिकल पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है. जवानों को अतिरिक्त लाठियां और हेलमेट भी वितरित किए गए हैं, और सुरक्षा वाहनों पर लोहे की जालियां लगाई गई हैं.











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